गदरपुर, 5 फरवरी (आरएनआई)। श्री सनातन धर्म सभा के तत्वावधान में आयोजित 40 वें वार्षिक उत्सव के अवसर पर सहारनपुर से पधारे कथाव्यास श्री मनोज जी महाराज ने चतुर्थ दिवस में रामजन्म का पावन प्रसंग सुनाया।
उन्होंने कहा की भगवान का अवतार धर्म की स्थापना के लिए होता है।
विप्र धेनु सुर संत हित
लीन्ह मनुज अवतार!
भगवान की लीलाएं मनुष्य के मन को शांति प्रदान करती हैं।
राम जन्म के अनेकों कारण हैं लेकिन सब कारणों के कारण तो भगवान नारायण स्वयं ही हैं।
भक्ति की डगर पर चल कर ही मुक्ति के नगर तक पहुंचा जा सकता है। राम नाम के द्वारा प्राणी अपने लोक और परलोक दोनों को ही संवार लेता है।
इस अवसर पर रामजन्म की बधाई गाते हुए महाराज श्री ने महोत्सव के रूप में कथा का वर्णन किया।भारी संख्या में दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने धर्म लाभ प्राप्त किया।इस दौरान पंड़ित विजय कुमार शास्त्री, हरि चंद छाबड़ा, श्याम सुखीजा, धर्म चंद खेड़ा, हरबंस लाल सुखीजा,राजेन्द्र गोयल,हरीचंद मुरादिया,वेदराज बजाज,विनोद भुसरी,मनोज बजाज, दीपक सुद्धा,हरनाम दास झांम, लालचंद बत्रा, सोमनाथ छाबड़ा,राजू भुड्डी, लेखराज नागपाल, अजय खेड़ा,लेखराज भुड्डी, सुरेंद्र बजाज,रमेश मदान,अशोक भुड्डी, जगमोहन बजाज, कृष्णलाल बत्रा, संजीव झांम, सुभाष डुमरा, इंद्रजीत छाबड़ा,वीना गोयल, ऋषिका गोयल, निधि सिंधी, श्वेता गोयल, कंचन धीर,मीरा छाबड़ा, नीलम ढिंगरा, नितिका ढिंगरा, रानी जोशी, कमलेश गाबा, दर्शना बजाज, भावना भुड्डी, वीना शर्मा,आशु छाबड़ा,सोनू छाबड़ा, सुमन भुड्डी,सीमा डुमरा, जया, रेखामदान, दुलारी, राजबाला, सरस्वती, सावित्री, मधु अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
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